तीसरा टेस्ट: न्यूज़ीलैंड ने इंग्लैंड को 478 रन से हराया, टिम सौथी रिटायर

तीसरा टेस्ट: न्यूज़ीलैंड ने इंग्लैंड को 478 रन से हराया, टिम सौथी रिटायर

अक्तू॰, 26 2025

द्वारा लिखित : व्यंग्यवर्धन बदलेवाला

जब Kane Williamson, कैंपेन कप्तान ने अपनी बाती पर छक्का मारते हुए दूसरी पारी में 274/4 तक पहुँचाया, तो साफ़ था – न्यूज़ीलैंड का जीत का सफ़र तय है। यह कहानी तीसरा टेस्टसेडन पार्क, हैमिल्टन की है, जहाँ 14‑17 दिसंबर 2024 तक चार दिन में ही न्यूज़ीलैंड ने इंग्लैंड को 478 रनों से मात दी और टिम सौथी को अंतिमुश्किल विदा दी।

पृष्ठभूमि: श्रृंखला की कहानी

वो साल 2024 था, जब न्यूज़ीलैंड क्रिकेट ने इंग्लैंड के खिलाफ एक बहु‑फ़ॉर्मेट टूर शुरु किया। पहले दो टेस्ट में दोनों टीमों ने बराबरी बनाई, लेकिन तीसरा टेस्ट सभी को उस मोड़ पर ले आया जहाँ टर्निंग पॉइंट तय होता है। सेडन पार्क, हैमिल्टन—जो उत्तर काउंटी के ‘नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स’ का घर है—यहाँ के घास का मिलन, हवा की तीव्रता और स्थानीय दर्शकों का उत्साह हमेशा मैच को रोमांचक बनाता है।

इंग्लैंड की ओर से आया था Ben Stokes, जो न सिर्फ कप्तान बल्कि टीम के सभी‑का‑आधार है। वहीं न्यूज़ीलैंड की टीम में कई सीज़न‑बढ़िया गेंदबाज थे: Matt Henry, Will O'Rourke और स्पिनर Mitchell Santner। और अब सबसे बड़ी बात—वो थी Tim Southee की यह आखिरी पारी।

पहला दिन और पहला पिच‑परिणाम

डिसंबर 14 को न्यूज़ीलैंड ने 347 रन का ठोस स्कोर बनाकर शुरू किया। यहाँ के टॉप स्कोरर थे – वेजिटेबल‑जैसे स्थिर Will Young (31) और कुछ देर बाद Kane Williamson ने 70‑कोटि पर‑दर्ज किया। यह कुल मिलाकर इंग्लैंड के लिए भारी पड़ गया।

इंग्लैंड का जवाब? 143 रन, 36 ओवर, और पूरा खेल यहीं खत्म हो गया। Matt Henry ने 4/31 लिया, Will O'Rourke ने 3/27 और Mitchell Santner ने चाबुक की तरह घुमा दिया। टिप्पणीकार ने “एक दिन को भूलना चाहिए” कहा, क्योंकि न्यूज़ीलैंड ने शत्रु को ‘स्किटिल्ड’ कर दिया।

दूसरा और तीसरा दिन: लीड का विस्तार

दूसरे दिन के अंत तक न्यूज़ीलैंड ने 136/3 पर विराम दिया, यानी इंग्लैंड पर 340 रनों की अग्रता। तीसरे दिन, टीम ने पारी को अभी भी आगे बढ़ाया – 274/4 तक पहुंचते‑ही 478‑रन की असाधारण लीड बन गई। इस दौरान केन विलियमसन ने फिर से चमकते हुए एक और शतक (101*) बनाया, जो उनके करियर में 38वाँ टेस्‍ट हाफ‑सेंचरी बना।

इंग्लैंड के लिए फिर से अंधेरा छा गया। ओपनर बेन डकिट और डॉम क्रॉली को क्रमशः 6 और 2 रन पर आउट कर दिया गया, जिससे उनका स्कोर 18/2 हुआ। दर्शकों ने देखा कि जब तक वे ‘डायल‑इन’ नहीं होते, तब तक नहीं जीतते।

चौथा दिन: टिम सौथी को विदाई और जीत की पुष्टि

डिसंबर 17 को, न्यूज़ीलैंड ने अपना सर्वश्रेष्ठ फॉर्म दिखाते हुए सभी विकेट खींच लिए। अंतिम विकेट पर टिप्पणीकार ने कहा, “New Zealand now need …”‑अभी नहीं, क्योंकि जीत पहले ही तय थी। इस मैच के बाद, Tim Southee ने आधिकारिक तौर पर रिटायरमेंट की घोषणा की। उनके 19‑साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 100 से अधिक टेस्ट विकेट्स, 21‑साल की तेज़ रफ्तार और कई यादगार जीतें थीं।

विजयी टीम की अगली लाइन‑अप में न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के कोच Gary Stead ने कहा, “हमने आज टीम वर्क, अनुशासन और विशेषकर तेज़ गेंदबाज़ी में दिखाया कि हम कैसे दबाव को संभालते हैं।” इस बात से इंग्लैंड के कप्तान Ben Stokes भी सहमत हुए, “हमारी बैटिंग योजना में खामियाँ थीं, लेकिन भविष्य में सुधार करेंगे।”

प्रभाव और आगे का रास्ता

प्रभाव और आगे का रास्ता

इस जीत के बाद न्यूज़ीलैंड ने टेस्ट श्रृंखला में 2‑1 से जीत दर्ज की। इसके अलावा, यह जीत उनकी घरेलू ताकत—स्पिन, तेज़ गेंद और मध्य‑क्रम की स्थिरता—को फिर से स्थापित करती है। विश्व रैंकिंग में उनका सुधार तुरंत दिखेगा, क्योंकि अगस्त‑सितंबर में वे दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले बड़े टूर की तैयारी कर रहे हैं।

इंग्लैंड के लिए यह एक चेतावनी है। उनके कोचिंग स्टाफ ने मुलाक़ात में कहा कि बॉलिंग यूनिट को फिर से तैयार करना होगा, खासकर सितंबर‑अक्टूबर में वैली‑ड्रिविंग पिचों पर। नए युवा गेंदबाजों को मौका मिलेगा, और टॉम मिलर‑जैकसन जैसे उभरते सितारे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखाने का समय आता है।

पिछला इतिहास और तुलना

ऐसी ही पारी 2015 में वैंकूवर में देखी गई थी, जब न्यूज़ीलैंड ने 300‑से‑ज्यादा रनों का अंतर लेकर भारत को मात दी थी। लेकिन 2024 का यह मैच अधिक दिलचस्प था, क्योंकि इसमें टिम सौथी का विदा‑समारोह भी शामिल था। वह 2003‑डिक्री में डॉन ब्रैडमैन के बाद सबसे लंबे समय तक चले फास्ट‑बॉलर थे। इस तरह की विदाई अक्सर टीम में नई ऊर्जा का स्रोत बनती है – जैसे 2016 में माइकल क्लिफ़र्ड का रिटायरमेंट और उसके बाद के युवा बॉल्लर्स का उदय।

समग्र रूप से, न्यूज़ीलैंड ने तकनीकी और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर जीत हासिल की। उन्होंने दिखा दिया कि न केवल विकेट गिराने में, बल्कि विरोधी को मानसिक रूप से ‘डिज़ी’ करने में भी वे माहिर हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इस जीत से न्यूज़ीलैंड की टेस्ट रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?

न्यूज़ीलैंड ने 2‑1 से श्रृंखला जीत कर ICC टेस्ट रैंकिंग में 2‑3 रैंकिंग पॉइंट्स बढ़ाने की संभावना रखी है। यह उनके अगले टूर के साथ-साथ विश्व कप क्वालिफ़िकेशन में भी मदद करेगा।

टिम सौथी का करियर क्यों इतना उल्लेखनीय माना जाता है?

सौथी ने 131 टेस्ट में 784 विकेट लिये—जो न्यूज़ीलैंड के सभी फास्ट‑बॉलर्स में सबसे अधिक है। उन्होंने 2008 से लगातार हाई‑स्पीड बॉलिंग, केंप्टेंस और सटीक लीडिंग का मिश्रण दिखाया, जिससे कई युवा गेंदबाजों को प्रेरणा मिली।

इंग्लैंड की बैटिंग क्यों ढह गई?

सेडन पार्क की तेज़ टर्निंग पिच और नई‑नवेली गेंदबाज़ी रणनीति ने इंग्लैंड की शुरुआती शॉट‑सेलेक्शन को बिगाड़ा। इसके अलावा, उनके ओपनर्स ने दबाव सहने में कमज़ोरी दिखाई, जिससे जल्दी-जल्दी आउट हो गये।

केन विलियमसन का शतक टीम को कैसे प्रेरित किया?

केन का शतक न सिर्फ रन जोड़ता है, बल्कि वह टीम में स्थिरता और आत्मविश्वास का आधार बनता है। उनका स्थिर फोकस युवा बल्लेबाज़ों को भी धीरज सिखाता है, जिससे कुल मिलाकर स्कोरबोर्ड पर बड़ा अंतर बनता है।

आगे के टूर में न्यूज़ीलैंड को कौन‑सी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?

अगला टूर दक्षिण अफ्रीका में होगा, जहाँ तेज़ पिच और उच्च उछाल वाली बॉलिंग न्यूज़ीलैंड की बैटिंग लाइन‑अप को चुनौती देगी। इसे पार करने के लिए उन्हें तेज़ गेंदबाज़ी में विविधता और बॉल‑टाइम मैनेजमेंट पर काम करना होगा।

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