दुर्घटना कभी भी हो सकती है — सड़क पर, घर में, काम पर या यात्रा के दौरान। सबसे पहली बात: शांत रहें। घबराहट से फैसले गलत होते हैं और नुकसान बढ़ता है। नीचे सरल और काम आने वाले कदम दिए गए हैं जिन्हें आप तुरंत शुरू कर सकते हैं।
1) अपनी और पीड़ित की सुरक्षा सुनिश्चित करें। अगर खतरा जारी है (आग, बिजली, यातायात), तो पहले सुरक्षित जगह पर जाएँ।
2) इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें — भारत में 112 मुख्य आपातकालीन नंबर है। अगर उपलब्ध हो तो एम्बुलेंस बुलाएँ और स्पष्ट जानकारी दें: स्थान, चोटों की गंभीरता, और कितने घायल हैं।
3) सच्चाइयां आज़माएँ: क्या व्यक्ति सांस ले रहा है? चेतना है या नहीं? अगर सांस नहीं ले रहा और आप CPR जानते हैं तो तुरंत शुरू करें। नहीं जानते तो कॉल पर दी गई निर्देशों का पालन करें।
4) खून बह रहा है? साफ कपड़े या पट्टी से दबाव दें। गंभीर रक्तस्राव में सख्त पट्टी या घाव के ऊपर दबाव बनाए रखें और जल्दी एम्बुलेंस बुलाएँ। टॉर्निके को केवल प्रशिक्षित व्यक्ति ही इस्तेमाल करें।
5) शौकिन चोट (कम गंभीर) में घाव को साफ करके पट्टी लगाएँ। गहरी घाव, खुली हड्डी या तेज दर्द पर अस्पताल ले जाएँ।
6) गर्दन या रीढ़ की चोट का संदेह हो तो व्यक्ति को हिलाएँ नहीं, जब तक कि आसपास कोई बड़ा खतरा न हो। गर्दन को स्थिर रखने के लिए दोनों हाथों से सिर को स्थिर रखें और प्रोफेशनल मदद आने तक ढहना न कराएँ।
1) प्राथमिक उपचार का बेसिक कोर्स कर लें। यह आपात स्थिति में सबसे बड़ी मदद बनता है।
2) कार में प्राथमिक उपचार किट, फ्लैश लाइट और चेतावनी त्रिकोण रखें। सड़क पर रुकने पर हैज़ार्ड लाइट चालू करें और सुरक्षित दूरी बनायें।
3) घर पर आग या जलने के इलाज के लिए ठंडा पानी रखें — जलन पर तुरंत कम से कम 10-20 मिनट तक ठंडा पानी बहाएं। तेल, घी या घरेलू नुस्खे न लगाएँ।
4) वाहन चलाते समय सीट बेल्ट पहनें, हेलमेट का प्रयोग करें और तेज़ ड्राइविंग से बचें। मोबाइल पर बातें करने के बजाय ब्रेक लेकर रुकें।
5) समुदाय में जागरूकता बढ़ाएँ। हम जैसे स्थानीय संगठन शिक्षा सत्र और ट्रेनिंग कराते हैं। अगर आप चाहें तो अपने इलाके में प्राथमिक उपचार और बचाव ट्रेनिंग के लिए जुड़ें।
दुर्घटना के बाद तेज़ और सही कार्यवाही कई बार जान बचाती है। एक शांत दिमाग, बेसिक ज्ञान और त्वरित कॉल ही सबसे बड़ी मदद बन सकती है। अपने आसपास के लोगों को ये तरीके बताइए ताकि आपात समय में मदद तुरंत मिल सके।
द्वारा लिखित :
व्यंग्यवर्धन बदलेवाला
मेरा पहला बाइक दुर्घटना असंभव था। मैं अपनी पहली बाइक के साथ तेजी से चल रहा था और एक हुए व्यक्ति को होते ही हिला दिया। मेरा ड्राइवर अपना बन्द नहीं हुआ और वो अपने दिमाग में सोच रहा कि क्या करे। मैं अपने कुर्सी में से निकल गया और दुर्घटना का सामना कर दिया। हालांकि, कोई घायल नहीं हुआ। मेरा पहला बाइक दुर्घटना एक अविश्वसनीय समय था।
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